घरेलू तरीकों से करें लूज मोशन का इलाज, कमाल के 7 बेस्ट उपाय

घरेलू तरीकों से करें लूज मोशन का इलाज, कमाल के 7 बेस्ट उपाय

सेहतराग टीम

कभी-कभी खान-पान में गड़बड़ी होने के कारण पेट खराब हो जाता या दस्त लग जाते हैं। हालांकि इसे हम खतरनाक बीमारी नहीं कहेंगे लेकिन फिर भी यह बीमारी कई परेशानियां खड़ी कर देती है। अगर आपको लगातार दस्त आते रहें तो आप डायरिया की स्थिति में आ जाते हैं। जो काफी कष्टदायक स्थिति बन जाती है। ऐसे में अगर इसका समाधान जल्दी हो जाए तो बेहतर होता है। इसलिए हम कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे जिनसे आप दस्त यानी लूजमोशन से जल्दी छुटकारा पा सकेंगे।

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शरीर पर क्या प्रभाव होता है?

दस्त यानी लूज मोशन वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। हालांकि अधिकतर यह समस्या पाचनतंत्र की खराबी के कारण होती है। यदि दिन में तीन बार पानी के साथ पतले दस्त हों तो यह डायरिया का लक्षण है। इसका सबसे बड़ा नुकसान शरीर में पानी की कमी होना है। गंभीर मामलों में बुखार और सिरदर्द होता है और कमजोरी के कारण मरीज बेसुध भी हो सकता है।      

दस्त या लूज मोशन से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय:

  1. लगातार लूज मोशन के कारण डायरिया की स्थिति में पहुंचने पर शरीर में  पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में एक गिलास पानी में एक चुटकी नमक और एक चम्मच शक्कर मिलाएं और थोड़ी-थोड़ी देर में पीते रहें, जिससे कि शरीर में पानी की पूर्ति होती रहे। इससे शरीर में नामक का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। एक बात का और ध्यान रखें कि पानी उबला हुआ हो या फिल्टर हो।
  2. डायरिया में मूंग की दाल की खिचड़ी अहम भूमिका निभाती है। इसका कारण यह है कि दस्त के दौरान पाचन तंत्र कमजोर होता है, इसलिए भारी भोजन नहीं लेना चाहिए। मूंग की दाल की खिचड़ी या दलिया सबसे अच्छे हैं। इससे शरीर को एनर्जी मिलेगी और जो खाएंगे, वो पच जाएगा। खिचड़ी के साथ दही या छाछ का सेवन किया जा सकता है।
  3. लूज मोशन में दही-चावल खाने को  बोला जाता है क्योंकि दही में मौजूद बैक्टीरिया पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं।  दही माइक्रोबियल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है इसलिए दस्त लगने के दौरान दिन में 2-3 बार दही का सेवन किया जा सकता है। 
  4. दस्त के दौरान पके हुए केले का सेवन भी फायदेमंद है। केले में फाइबर होता है जो पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है। साथ ही केले में मौजूद पोटेशियम सामग्री इलेक्ट्रोलाइट संतुलन के लिए भी अच्छा है। दिन में 2 से 3 पके केले खाए जा सकते हैं। यही बात सेव के साथ भी है। सेब में पेक्टिन होता है जो शरीर को फाइबर प्रदान करता है। ध्यान रखने वाली बात यह है कि सेब का रस न पिएं क्योंकि इसमें शुगर होती है जो दस्त को रोकने में बाधा बनती है। पेट को दुरुस्त करने के लिए दिन में दो सेब खाए जा सकते हैं। गाजर का सूप पेट को हल्का करता है। साथ ही इस पचाने में भी आसान होता है। गाजर का गर्म सूप पेट के अंदरूनी हिस्से को राहत देता है।
  5. अदरक को पीसकर उसका पेस्ट बना लें। पेस्ट को गर्म पानी में शहद मिलकर दिन में  2 से 3 तीन सेवन करें।
  6. पुदीने के पत्तों को साफ पानी में 10 मिनट तक उबालें और दिन में 2 से 3 कप चाय का सेवन करें। पुदीने की चाय पेट संबंधी समस्याओं के लिए फायदेमंद होती है।
  7. इसबगोल दस्त का सबसे कारगर इलाज है। यह प्लांटोगो पौधे के बीच की भूसी से निकलता है। इसमें पाचन संबंधी विकार दूर करने के गुण होते हैं। जिससे पेट दर्द और गैस में फायदा मिलता है। इसलिए दिन में 5 से 10 ग्राम इसबगोल की भूसी दही में मिलकर खाएं।

 

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